ग्वालियर। एबीवी-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (ABV-IIITM) ग्वालियर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में अकादमिक और उद्योग जगत के प्रमुख विशेषज्ञों ने नवीकरणीय ऊर्जा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), रोबोटिक्स और सतत विकास में नवीनतम प्रगति पर विचार-विमर्श किया।
इस सम्मेलन में प्रो. भीम सिंह (SERB नेशनल साइंस चेयर, आईआईटी दिल्ली) मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उनके साथ संरक्षक (पैट्रोन) प्रो. एस.एन. सिंह (निदेशक, एबीवी-आईआईआईटीएम ग्वालियर) और विशिष्ट अतिथि – डॉ. वैलेरी वोदोवोज़ोव (टालिन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी), प्रो. भरतेंदु के. सिंह (निदेशक, IIITDM जबलपुर), प्रो. जी.एस. तोमर (आईईईई एम.पी. सेक्शन चेयर) और डॉ. लिआना विजया (बिनस यूनिवर्सिटी, इंडोनेशिया) उपस्थित रहे।
सम्मेलन का आयोजन प्रो. मनीषा पटनायक (प्रमुख, ईईई, एबीवी-आईआईआईटीएम ग्वालियर) के नेतृत्व में किया गया। आयोजन समिति में डॉ. पिंकु रंजन, डॉ. अरुण कुमार और सम्मेलन अध्यक्ष डॉ. सोमेश कुमार प्रमुख भूमिका में रहे।
सम्मेलन की मुख्य झलकियाँ:
🔹 डॉ. लिआना विजया (बिनस यूनिवर्सिटी, इंडोनेशिया) ने "सतत भविष्य के निर्माण में सर्कुलर इकोनॉमी सिद्धांतों की भूमिका" पर अपनी मुख्य प्रस्तुति दी। उन्होंने संसाधनों की कुशलता और अपशिष्ट न्यूनीकरण पर जोर देते हुए पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने पर प्रकाश डाला।
🔹 प्रो. भीम सिंह (आईआईटी दिल्ली) ने नवीकरणीय ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहनों की भूमिका पर चर्चा की, जो भविष्य में परिवहन क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकते हैं।
🔹 डॉ. वैलेरी वोदोवोज़ोव (टालिन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी) ने "रोबोटिक्स में उपयोग होने वाले पावर इलेक्ट्रॉनिक्स कन्वर्टर्स के विकास, प्रवृत्तियों और उपलब्धियों" पर एक व्यापक अवलोकन प्रस्तुत किया।
🔹 डॉ. मानक गुप्ता (टेनेसी टेक यूनिवर्सिटी) ने अपने सत्र "द गुड, द बैड, और द अग्ली: एआई का समाज पर प्रभाव" में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के सामाजिक, नैतिक और तकनीकी प्रभावों पर महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान की।
इस सम्मेलन ने ज्ञान-विनिमय का एक उत्कृष्ट मंच प्रदान किया, जहाँ वैश्विक सहयोग को बढ़ावा दिया गया और सतत विकास के लिए नवीन शोधों को प्रोत्साहित किया गया। इस चर्चा से निकले विचार और समाधान नवीकरणीय ऊर्जा, एआई, और रोबोटिक्स के क्षेत्र में भविष्य के नवाचारों को प्रेरित करेंगे और दुनिया को एक अधिक तकनीकी और सतत भविष्य की ओर ले जाने में सहायक सिद्ध होंगे।