बौद्ध धम्म सम्मेलन का वीडियो वायरल,देवी-देवताओं को नहीं मानने और उनकी पूजा नहीं करने की शपथ दिलाई,,विरोध में हिन्दू महासभा पुतला दहन करेगी


ग्वालियर। भितरवार के धाखड़ खिरिया में हुए बौद्ध धम्म सम्मेलन का एक वीडियो वायरल हुआ है।इस वीडियो में  जिसमें लोगों को हिंदू देवी-देवताओं को नहीं मानने और उनकी पूजा नहीं करने की शपथ दिलाई जा रही है।हिंदू महासभी ने इस पर आपत्ति जताई है और 12 जून को प्रदर्शन की घोषणा की है।

96 गांव जाटव समाज सुधार समिति ने 6 से 8 जून तक तीन दिवसीय बौद्ध धम्म सम्मेलन का आयोजन किया था।जिसमे द बुद्ध भूमि धम्मदूत संघ भोपाल के अध्यक्ष   भदंत शाक्यपुत्र सागर महाथेरो मुख्य धम्मोपदेशक थे। जिन्होंने सम्मेलन में आए लोगों को शपथ दिलाई।शपथ में कहा गया कि 'मैं ब्रह्मा, विष्णु और महेश को कभी ईश्वर नहीं मानूंगा, न मैं इनकी पूजा करूंगा। मैं राम और कृष्ण को ईश्वर नहीं मानूंगा और उनकी पूजा कभी नहीं करूंगा। मैं गौरी, गणपति आदि हिंदू धर्म के किसी भी देवी-देवताओं को नहीं मानूंगा और पूजा नहीं करूंगा।'शपथ में ये भी कहा गया कि मैं, ईश्वर ने अवतार लिया है, इस पर विश्वास नहीं करूंगा। मैं ऐसा कभी नहीं मानूंगा कि भगवान बुद्ध विष्णु के अवतार हैं। ऐसे प्रचार को मैं पागलपन और झूठा प्रचार मानता हूं। मैं कभी श्राद्ध नहीं करूंगा और ना ही पिंडदान करूंगा। मैं बौद्ध धर्म के विरुद्ध कोई भी कार्य नहीं करूंगा। मैं कोई भी क्रिया कर्म ब्राह्मणों के हाथ से नहीं कराऊंगा।वीडियो वायरल होने के बाद 96 गांव जाटव सुधार समिति के अध्यक्ष रूपेंद्र वर्मा ने कहा कि आयोजन का उद्देश्य समाज की कुरीतियों को दूर करना था।  किसी धर्म का अनादर करना नहीं था ।

12 को पुतला दहन :हिंदू महासभा


इस मामले में अब हिन्दू महा सभा ने विरोध दर्ज कर  चेतावनी दी है कि सनातन धर्म का अपमान करने वालों का  12 को पुतला दहन करेगी।अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के डॉक्टर जयवीर भारद्वाज ने बताया कि अखिल भारत हिन्दू महासभा के प्रतिनिधियों ने विरोध की रणनीति के लिए हिंदू महासभा भवन दौलतगंज में अहम  बैठक  की। बैठक में निर्णय लिया गया कि सनातन धर्म को तोड़ने का कार्य करने वालों को कतई सहन नहीं किया जाएगा। हिंदू महासभा का इसका डटकर विरोध करेगी।हिंदू महासभा शपथ दिलाने वाले आयोजकों को गिरफ्तार किया जाने की मांग को लेकर  12 जून को सुबह सुबह 8 बजे पाटनकर बाजार चौराहे पर  पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन करेगी ।