कलेक्टर ने निर्देशों का समय-सीमा में पालन न करने वाले अधिकारियों को नोटिसे देने के दिए निर्देश 

जप कुमार


ग्वालियर। जिले के अधिकारी एवं कर्मचारियों के सहयोग एवं जनभागीदारी से जिले के गरीब वर्गों के ग्रामीण बच्चों को ग्वालियर में शिक्षा की बेहतर सुविधा प्राप्त हो, इसके लिए श्रमोदय विद्यालय की तर्ज पर विद्यालय शुरू किया जायेगा। इस विद्यालय की देख-रेख भी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की गठित समितियों के माध्यम से की जायेगी। यह बात कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में सोमवार को आयोजित अंतर विभागीय समन्वय समिति की बैठक में कही। 
 बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री शिवम वर्मा, अपर कलेक्टर श्री अनूप कुमार सिंह, अपर कलेक्टर श्री टी एन सिंह, अपर कलेक्टर श्री रिंकेश वैश्य सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे। 
 कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने मार्च 2019 से लेकर जून 2019 तक प्रति सप्ताह आयोजित हुई विभागीय समन्वय समिति की बैठक में दिए गए निर्देशों के पालन प्रतिवेदन की बिंदुवार समीक्षा करते हुए कहा कि ऐसे अधिकारी जिनके द्वारा समय-सीमा में निर्देशों का पालन नहीं किया गया। उनको कारण बताओ नोटिस देने के अपर कलेक्टर को निर्देश दिए। 
कलेक्टर श्री चौधरी ने बैठक में कहा कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब बच्चे जो आर्थिक कठिनाईयों के कारण ग्वालियर में अपनी आगे की शिक्षा जारी नहीं रख पाते हैं, ऐसे विद्यार्थियों के लिए अधिकारी एवं कर्मचारियों के सहयोग से ग्वालियर में शासकीय भूमि पर श्रमोदय विद्यालय की तर्ज पर लगभग 15 करोड़ की लागत का विद्यालय शरू कर शिक्षा की व्यवस्था की जायेगी। इसके लिए अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा स्वेच्छा से एक – एक दिन का वेतन भी दिया जायेगा। कलेक्टर ने बताया कि इस विद्यालय के निर्माण में जनभागीदारी से भी सहयोग लिया जायेगा। शुरू में विद्यालय में एक हजार विद्यार्थियों की क्षमता रहेगी। इस विद्यालय के माध्यम से विद्यार्थियों को उच्च कोटि की शिक्षा की व्यवस्था की जायेगी। 
कलेक्टर श्री चौधरी ने बैठक में जिला योजना समिति, दिशा एवं विधायकगणों द्वारा जो बैठकें ली गई हैं उन बैठकों में दिए गए निर्देशों का समय-सीमा में पालन न करने वाले अधिकारियों को नोटिस देने के निर्देश दिए। उन्होंने सहकारिता विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि 14 सहकारी समितियों द्वारा गड़बड़ी एवं अनियमिततायें करने पर दर्ज एफआईआर उपरांत सम्पत्ति कुर्की की कार्रवाई करें। 
श्री चौधरी ने राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि सरकारी जमीन की रजिस्ट्री एवं नोटरी कराने वालों तथा इस कार्य में लिप्त अधिकारी एवं कर्मचारियों के विरूद्ध कार्रवाई करें। ऐसी जमीन पर बैंकों द्वारा ऋण दिए जाने पर संबंधित बैंकों के विरूद्ध भी कार्रवाई करें। इस कार्य में पंजीयन विभाग के अधिकारियों का भी सहयोग लें। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी एवं सर्वशिक्षा अभियान के परियोजना समन्वयक को निर्देश दिए कि ऐसे विद्यालय जहां शतप्रतिशत शिक्षक पदस्थ हैं। उन विद्यालय का वार्षिक परीक्षा परिणाम भी शतप्रतिशत रहे। ऐसे विद्यालय जिनमें गत तीन वर्षों से परीक्षा परिणाम का प्रतिशत काफी कम रहा है, उन विद्यालयों को चिन्हित कर शिक्षकों के विरूद्ध कार्रवाई करें। 
कलेक्टर ने अपर कलेक्टर स्थापना शाखा को निर्देश दिए कि कलेक्ट्रेट में कार्यरत कर्मचारी कार्यालयीन समय में जरूरी काम आने पर मूमेंट पंजी में जाने का कारण, समय एवं हस्ताक्षर करके जाएं। इसके लिए अधीक्षक कलेक्ट्रेट को पंजी संधारण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कलेक्ट्रेट में अपनी समस्याओं के निराकरण हेतु बाहर से आने वाले आवेदक विभाग एवं शाखा में पहुँच सकें, इसके लिए तैनात कर्मचारियों द्वारा आवेदक का अभिवादन कर संबंधित शाखा तक पहुँचायेगा।