वैक्सीन को लेकर स्वार्थी हुए देश तो लंबी खिंचेगी कोरोना महामारी-डब्लूएचओ

दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख ने भविष्य में किसी भी कोरोना वायरस वैक्सीन के रोलआउट में वैश्विक एकजुटता का आह्वान किया। बर्लिन में तीन दिवसीय विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन के उद्घाटन पर एक वीडियो संबोधन में, टेड्रोस एडहोम घेब्येयियस ने कहा कि महामारी से उबरने का एकमात्र तरीका साथ होना और यह सुनिश्चित करना है कि गरीब देशों के पास वैक्सीन की उचित पहुंच हो।
       उन्होंने कहा "यह स्वाभाविक है कि सभी देश पहले अपने नागरिकों की रक्षा करना चाहते हैं, लेकिन अगर और जब हमारे पास एक प्रभावी टीका है, तो हमें इसका प्रभावी रूप से उपयोग करना चाहिए। और ऐसा करने का सबसे अच्छा तरीका कुछ देशों में सभी लोगों के बजाय सभी देशों में कुछ लोगों का टीकाकरण करना है”। "मैं स्पष्ट कर दूं कि टीका राष्ट्रवाद, महामारी को लम्बा खींच देगा।" कई दर्जन वैक्सीन उम्मीदवार वर्तमान में नैदानिक ​​परीक्षण में हैं, जिनमें से दस सबसे उन्नत "चरण 3" में हैं। यूरोपीय संघ, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, जापान और अन्य देशों ने पहले से ही सबसे बेहतर टीकों को विकसित करने में शामिल कंपनियों को बड़े ऑर्डर दे रखे हैं।
लेकिन चिंताएं बढ़ रही हैं कि कम पैसों वाले देश इस कतार में सबसे पीछे छूट सकते हैं। WHO ने एक अंतर्राष्ट्रीय योजना शुरू की है, जिसे Caxax के रूप में जाना जाता है ताकि समान पहुंच सुनिश्चित करने में मदद मिल सके, लेकिन इसके लिए आवश्यक धन जुटाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है।