श्री कुशवाह ने किसानों को सम्बोधित करते हुवे कहा की झाबुआ विकास खण्ड को मॉडल बनाने के लिये रोड़मेप बनाया गया है, आने वाले समय में निश्चित रूप से बदलाव दिखाई देगा। झाबुआ विकास खण्ड को आदर्श बनाने के लिये रतलाम-झाबुआ-अलिराजपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद श्री गुमानसिंह डामोर की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पूरे प्रदेश में 313 विकास खण्डों में 20 विकास खण्डों को आदर्श विकास खण्ड बनाने के लिये चयन किया गया है। जिसमें झाबुआ विकास खण्ड भी शामिल है।
श्री कुशवाह ने आगे कहा की पंडित दीनदयाल उपाध्याय का सपना था कि समाज के अंतिम पंक्ति के लोगो को शासकीय योजनाओं का लाभ मिले। उनके सपने के अनुरूप समाज के सबसे गरीब व्यक्तियों को योजनाओं का लाभ मिले इसके लिये प्रयास किये जा रहे है। श्री कुशवाह ने कहा की आदर्श विकास खण्डों को आत्मनिर्भर बनाने के लिये विकास खण्ड के लोगो को सारी योजनाओं का लाभ मिले ऐसे प्रयास किये जाये। आने वाले समय में 5 से 7 करोड़ रूपयें की राशि खर्च की जावेगी। श्री कुशवाह ने कहा कि किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिये हर संभव प्रयास किये जायेगे। मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बनने जा रहा है। झाबुआ जिला एक जिला एक उत्पाद के अन्तर्गत टमाटर फसल का चयन किया गया है। टमाटर के साथ-साथ अन्य प्रोसेसिंग यूनिटे बनेगी। किसान अपने खेत पर स्वयं टमाटर फसल उगाकर उत्पादन,भण्डारण करते हुवे अपनी प्रोसेसिंग यूनिट लगाऐ तभी खेती को लाभ का धंधा बनाया जा सकेगा। किसान प्रोसेसिंग इकाई स्थापित करने पर 35 प्रतिशत अनुदान का लाभ दिया जावेगा। कच्चे उत्पादन को सुरक्षित रखने के लिये कोल्ड स्टोरेज, भण्डारण पर 35 से 50 प्रतिशत अनुसार लाभ दिया जावेगा। कोल्ड स्टोरेज पर 4 करोड़ रूपये की लागत आती है जिसमें 1 करोड़ 40 लाख से 2 करोड़ तक का अनुदान का लाभ विभाग द्वारा दिया जाता है। श्री कुशवाह ने कहा की आने वाले समय में किसान रोजगार नहीं मांगेगा परन्तु रोजगार प्रदान करेगा। उद्यानिकी के क्षेत्र में अपार संभावनाऐं है इस क्षेत्र में कारगर प्रयास किये जायेगें। ड्रिप सिंचाई योजना के अन्तर्गत विभाग क्षेत्र का चिन्हांकन करे। जिस पर 55 प्रतिशत अनुदान लाभ देगी। इससे अधिक अनुदान दिलाने का प्रयास किया जावेगा। पोली हाउस 4 हजार वर्गमीटर, 3 हजार वर्ग मीटर 2 हजार वर्ग मीटर 1 हजार वर्ग मीटर पोली हाउस बनाने का प्रावधान रखा जायेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सांसद श्री गुमान सिंह डामोर ने कहा की झाबुआ जिले को आर्थिक दृष्टि से समृद्व करने की आवश्यकता है। यह जिला शेक्षणिक तथा आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा हुआ है, किन्तु धार्मिक तथा सामाजिक दृष्टि से बहूत मजबूत है। यहां के किसान जैविक खेती करते है। संसदीय क्षेत्र में छोटे-छोटे स्टाप डेम का लाभ बनाने की आवश्यकता है,ताकि किसानें की माली हालत में बदलाव आ सके।
श्री कुशवाह ने इस अवसर पर 14 कृषकों को 30 लाख 01 हजार 954 रूपये की लागत के राशि स्वीकृति पत्र वितरित किये। जिसमें 15 लाख 11 हजार 904 रूपये की अनुदान की राशि शामिल है।
कार्यक्रम के प्रांरभ में सहायक संचालक उद्यान श्री अजय चौहान ने स्वागत भाषण दिया।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री रोहित सिंह, अपर कलेक्टर श्री जे.एस.बघेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री आनन्दसिंह वास्कले,उप संचालक कृषि श्री एन.एस.रावत,अतिरिक्त मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री दिनेश वर्मा,अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री एम.एल.मालवीय,कृषि वैज्ञानिक श्री आई.एस.तोमर, भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष श्री दौलत भावसार,श्री ओमप्रकाश शर्मा,श्री अमरदीप सिंह मौर्य,जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री अजयसिंह चौहान सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी तथा बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन श्री सी.एस.पाटीदार ने किया तथा कार्यक्रम के अन्त में ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी श्री बल्लूसिंह चौहान ने आभार व्यक्त किया।