मंत्री श्री डंग ने अपने उद्बोधन में कहा कि संस्कृति, रीति-रिवाज के साथ-साथ यह विकास का नया दौर है। शिक्षा प्रशिक्षण तथा टेक्नोलॉजी पर जोर दिया जा रहा है। घुमक्कड़, अर्धघुमक्कड़ समुदायों के युवा उत्साह और उमंग के साथ अपनी क्षमता एवं योग्यता रखते हुए अपने लक्ष्य को हासिल करें। लक्ष्य हासिल करने के लिए मानसिक तैयारी अत्यावश्यक है, अपने हौसले बुलंद रखें, लक्ष्य प्राप्ति के लिए जुट जाएं। श्री रविंद्र बुंदेला ने अपने उद्बोधन में कहा कि घुमक्कड़, अर्ध घुमक्कड़, पिछड़े समुदायों को विकास की मुख्यधारा में लाने के लिए कृत-संकल्पित होकर कार्य करना है। इन समुदायों में बहुत प्रतिभाएं हैं जिनको विकास के लिए आगे लाना है। समुदायों को विकास के मानकों पर विकसित करना है।
विधायक श्री मकवाना ने अपने उद्बोधन में कहा कि समय का सदुपयोग करते हुए नवीन टेक्नोलॉजी का उपयोग करें, प्रशिक्षित हो। कौशल संवर्धन के साथ आगे आएं, राज्य शासन सर्वांगीण विकास के लिए कार्य कर रहा है। श्री राजेंद्रसिंह लूनेरा ने अपने संबोधन में कहा कि घुमक्कड़, अर्ध घुमक्कड़ समुदायों के विकास के लिए राज्य शासन द्वारा दृढ़ संकल्पित होकर कार्य किया जा रहा है जिससे कि पिछड़े हुए वर्गों का सर्वांगीण विकास हो सके, इसके लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही है और भी अनेक कार्य किए जा रहे हैं।
कलेक्टर श्री डाड ने कहा कि घुमक्कड़, अर्ध घुमक्कड़, विमुक्त समुदायों के युवाओं में अपार प्रतिभा है वे दमखम के साथ प्रतिस्पर्धा में अपने को साबित कर सकते हैं। शासकीय सेवाओं के साथ-साथ कौशल प्रशिक्षण रोजगार शिविरों के माध्यम से भी वह अच्छा रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। वे जागरूक रहें और सतत प्रयासरत रहें। इस दिशा में जिला प्रशासन भी हरसंभव कार्य कर रहा है। पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि जिले में घुमक्कड़, अर्धघुमक्कड़ समुदायों के युवाओं को प्रशिक्षित करने की रूपरेखा बनाई गई है। आलोट, जावरा क्षेत्र के युवाओं हेतु जावरा बटालियन परिसर में तथा रतलाम ग्रामीण तथा अन्य क्षेत्रों के युवाओं के लिए रतलाम में प्रशिक्षण आयोजन किए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि विगत कई दिनों से बालिकाओं को पुलिस भर्ती के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।