सबसे कम उम्र में लगातार संस्कृत के 55 श्लोक बोलकर बालक विहान ने बनाया रेकॉर्ड


इंदौर।


डेली कॉलेज में कक्षा पहली में पढ़ने वाले प्रतिभाशाली छात्र विहान ने सबसे कम उम्र में एक ही बार में लगातार संस्कृत के 55 श्लोक सुनाकर सबको हैरान कर दिया . इस उपलब्धि के लिए 'इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड में' विहान का नाम दर्ज किया गया है.
अपनी इस अद्भुत प्रतिभा से  परिवार, समाज और शहर का नाम गौरवान्वित करने वाले बालक विहान की उम्र सिर्फ 6 साल 9 माह है.
होनहार विहान ने महान आचार्य भगवंतो की रचना भक्तामर स्त्रोत, लोग्गस पाठ, नवकार मंत्र, मंगल पाठ, वंदना पाठ आदि संस्कृत के 55 श्लोकों को सही  उच्चारण के साथ स्वरबद्ध और लयबद्ध तरीके  से इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड की जूरी के समक्ष पेश किया था.
बालक विहान शहर के प्रसिद्ध सीए सुधीर पाड़लिया के पोते और विपुल पाड़लिया के सुपुत्र हैं.