कृषि और किसान कल्याण विभाग ने 'स्वच्छता ही सेवा' (एसएचएस) अभियान के हिस्से के रूप में विभिन्न गतिविधियां शुरू कीं

 

दिल्ली।पेयजल एवं स्वच्छता विभाग और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के नेतृत्व में 'स्वच्छता ही सेवा' (एसएचएस) अभियान 15 सितंबर से 2 अक्टूबर, 2023 तक मनाया जा रहा है। कृषि और किसान कल्याण विभाग ने इस अभियान को अपना समर्थन देने के लिए कैंटीन, गलियारों, विभाग के वाहनों और अन्य चीजों की गहन सफाई सहित अभियान के लिए कई गतिविधियां शुरू की हैं।

इस वार्षिक अभियान का मुख्य उद्देश्य स्वैच्छिक भागीदारी और सामुदायिक सहभागिता को प्रोत्साहित करना है। 'गार्बेज फ्री इंडिया' थीम के साथ स्वैच्छिकता और श्रमदान की भावना राष्ट्रव्यापी गतिविधियों में सबसे आगे रहेगी।

पूरे देश में लोगों से अधिकतम भागीदारी को आमंत्रित करने के लिए कई राष्ट्रव्यापी गतिविधियों और कार्यक्रमों की योजना बनाई जा रही है, उदाहरण के लिए "एक तारीख - एक घंटा" एक प्रेरणादायक और प्रभावशाली कार्यक्रम है जो 1 अक्टूबर को सुबह 10 बजे होने वाला है। इसका उद्देश्य विभिन्न पृष्ठभूमियों और समुदायों के व्यक्तियों को सामूहिक रूप से स्वच्छता के लिए एक घंटा समर्पित करने के लिए एक साथ लाना है। प्रतिभागी विभिन्न स्वच्छता गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेंगे, जिससे स्वच्छ वातावरण के प्रति एकता और जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा मिलेगा। कार्यक्रमों के दौरान नागरिक तस्वीरें क्लिक कर सकते हैं और एसएचएस अभियान में उनके योगदान को चिह्नित करने के लिए पोर्टल "स्वच्छता ही सेवा - नागरिक पोर्टल" पर उन्हें अपलोड कर सकते हैं।

सचिव, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, अपर सचिव और संयुक्त सचिव (प्रशासन) के साथ कृषि भवन परिसर के भीतर सफाई की समय-समय पर समीक्षा कर रहे हैं। स्वच्छता के प्रति सक्रिय प्रतिबद्धता सभी के लिए स्वच्छ और कुशल कार्य वातावरण बनाने के लिए विभाग के समर्पण को रेखांकित करती है।

कर्मचारियों और आगंतुकों दोनों को स्वच्छता अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कृषि भवन के भीतर विभिन्न प्रमुख स्थानों पर जानकारी देने वाले स्टैंडीज़ लगाए गए हैं जो अभियान को बढ़ावा देने की दिशा में विभाग द्वारा एक और महत्वपूर्ण कदम है।

प्रवेश द्वार पर वर्टिकल गार्डन की गहन सफाई विभाग की पहली कुछ गतिविधियों में से एक थी। इसके अतिरिक्त, कृषि भवन के भीतर गलियारों और कमरों की गहन सफाई भी की गई। विशेष रूप से, विभाग के अधिकारी अपने-अपने कार्यस्थलों की साफ-सफाई की व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेते हुए इस सफाई प्रक्रिया में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं। विभाग ने सभी विभागीय वाहनों की पूरी तरह से सफाई कर स्वच्छता के प्रति अपने समर्पण का प्रदर्शन किया।

कार्यालय के माहौल को बेहतर बनाने की दिशा में कृषि भवन के गलियारों में पुराने फर्नीचर हटाकर पौधे लगाए जा रहे हैं।

विभाग नवीन तरीकों से अपशिष्ट न्यूनीकरण की पहल कर रहा है। संचालन को सुव्यवस्थित करने और कागज की बर्बादी को कम करने के लिए, भौतिक फ़ाइलों को स्कैन करने की सुविधा का उपयोग करने के निर्देश जारी किए गए हैं, जिन्हें सामान्य प्रशासन अनुभाग के माध्यम से सुलभ बनाया जा रहा है।

4 अक्टूबर, 2023 तक, विभाग अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रूप से सूचनात्मक और आकर्षक सामग्री साझा करेगा। इस सामग्री में विभाग के भीतर चल रही गतिविधियों के अपडेट के साथ-साथ स्वच्छता ही सेवा अभियान से संबंधित विभिन्न विषयों को कवर करने वाले सूचनात्मक सोशल मीडिया क्रिएटिव शामिल होंगे। स्वच्छता ही सेवा अभियान के दौरान कृषि और किसान कल्याण विभाग का सक्रिय फोकस मिलेट्स पर होगा, जिसमें 'स्वच्छता भी स्वास्थ्य भी' थीम पर जोर दिया जाएगा। मिलेट्स स्वास्थ्य लाभों से भरपूर प्राचीन अनाज है, यह कम संसाधन का उपयोग करता है और इसमें कार्बन फुटप्रिंट भी कम होता है। इसके अलावा यह कम उर्वरता वाली मिट्टी में भी उग सकते हैं और मृदा स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं और मिट्टी के प्रदूषण को काफी हद तक रोक सकते हैं। इन स्वच्छ और जलवायु अनुकूल अनाजों को अपनाने के लिए 70 से अधिक देशों का जबरदस्त समर्थन मिला, जब संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स ईयर घोषित करने के भारत के प्रस्ताव पर कार्रवाई की। इस फैसले ने भारत को दुनिया में अग्रिम पंक्ति में खड़ा कर दिया।

अधीनस्थ कार्यालयों और निदेशालयों को आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय और पेयजल और स्वच्छता विभाग द्वारा विकसित पोर्टल पर अभियान के दौरान उनकी गतिविधियों से संबंधित डेटा अपलोड करने के लिए कहा गया है।

निदेशालयों ने व्यापक स्वच्छता अभियान के लिए अधिक भीड़ वाले स्थानों पर कई गतिविधियों और पहलों की योजना बनाई है। उदाहरण के लिए, गन्ना विकास निदेशालय सेक्टर बी, अलीगंज, लखनऊ के तिकोना पार्क में वॉकिंग ट्रैक का निर्माण करेगा। तिलहन विकास निदेशालय ने तिलहन आवासीय संपदा में मलबे की सफाई और झाड़ियों को साफ करने की योजना बनाई है। दलहन विकास निदेशालय 1 अक्टूबर को "स्वच्छता ही सेवा" के तहत स्वच्छता और सैनिटाइजिंग अभियान चलाएगा।

इन प्रयासों का उद्देश्य व्यापक पहुंच, महत्वपूर्ण मुद्दों पर जनता को शिक्षित करना और स्वच्छता से संबंधित पहल में सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करना है।