ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय के विधि संस्थान द्वारा आज विधिक साक्षरता के संबंध में शिविर का आयोजन ग्राम डबका में किया गया।इस शिविर में जिला विधिक सहायता अधिकारी दीपक शर्मा ने साक्षरता एवं विधिक सहायता के संबंध में जानकारी दी।
शिविर में गरीब वर्ग,पिछडा वर्ग मजदूर वर्ग, ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली समस्याओं में विधि का छात्र किस प्रकार अपना योगदान दे सकता है जिससे समाज जागरूक हो इस संबंध में बताया गया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उपस्थित दीपक शर्मा ने कहा कि वह इस शिविर के माध्यम से घरेलू हिंसा,मोटर वाहन एक्ट तथा अन्य कानून संबंधी जानकारी को कमजोर वर्ग तथा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को प्रदान कर भारतीय लोकतंत्र को सुदृढ़ बनाना चाहते हैं।उन्होंने बताया कि न्यायपालिका का मुख्य कार्य निर्धन एवं शोषित वर्गों को न्याय दिलाना और मुख्य धारा में शामिल करना है।जो लोग न्यायालय में फीस अदा नहीं कर सकते,उन्हें सरकार द्वारा इस कार्य के लिए वकील उपलब्ध करवाया जाता है,जिसके लिए उन्हें कोई भी फीस नहीं देनी पड़ती है। शिविर में मतदान जागरूकता के लिए नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया गया।इस अवसर पर प्रो.संजय कुलश्रेष्ठ ने सूचना का अधिकार और घरेलू हिंसा से संबंधित जानकारी छात्रों से सांझा की।इस अवसर पर प्रो.संजय कुलश्रेष्ठ, डॉ.गणेश दुबे, डॉ.जीके शर्मा, प्रदीप सिंह,अंकुर सगारिया सहित छात्र एवं छात्राएं उपस्थित थे।