एनडीपीएस एक्ट के अपराधों में विवेचना का स्तर उत्कृष्ट करने के लिये ग्वालियर-चम्बल जोन के पुलिस अधिकारियों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला
ग्वालियर।‘‘एनडीपीएस एक्ट के अपराधों में गुणात्मक अनुसंधान में विवेचकों एवं पर्यवेक्षण अधिकारियों की भूमिका ’’ विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।इस कार्यशाला में एनडीपीएस एक्ट के अपराधों में विवेचना का स्तर उत्कृष्ट करने के तरीकों से ग्वालियर-चम्बल जोन के पुलिस अधिकारियों को रूबरू कराया गया।
पुलिस कन्ट्रोल रूम सभागार ग्वालियर में ग्वालियर-चम्बल जोन के जिलों के पुलिस अधिकारियों के लिये ‘‘एनडीपीएस एक्ट के अपराधों में गुणात्मक अनुसंधान मेें विवेचकों एवं पर्यवेक्षण अधिकारियों की भूमिका’’ विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री जयदीप प्रसाद,भापुसे अति0 पुलिस महानिदेशक नारकोटिक्स पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा किया गया। इस कार्यशाला में श्री डी.श्रीनिवास वर्मा,भापुसे अति0 पुलिस महानिदेशक ग्वालियर जोन, श्री सुशांत सक्सेना,भापुसे पुलिस महानिरीक्षक चम्बल जोन, श्री कुमार सौरभ,भापुसे डीआईजी चम्बल रेंज, श्री अमित सिंह, डीआईजी नारकोटिक्स ग्वालियर, श्री राजेश सिंह चंदेल,भापुसे पुलिस अधीक्षक ग्वालियर, श्री डी.एस.सिंह, पुलिस अधीक्षक नारकोटिक्स ग्वालियर, अति0 पुलिस अधीक्षक शहर(पूर्व/यातायात/अपराध) ग्वालियर श्री ऋषिकेश मीना,भापुसे, अति. पुलिस अधीक्षक शहर(पश्चिम) श्री गजेन्द्र सिंह वर्धमान, अति. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री निरंजन शर्मा, अति. पुलिस अधीक्षक शहर(मध्य) श्री अखिलेश रैनवाल सहित पुलिस के राजपत्रित अधिकारी व ग्वालियर-चम्बल जोन के विभिन्न जिलों से आए विवेचना अधिकारी उपस्थित रहे।
सर्वप्रथम एडीजीपी ग्वालियर जोन ने मुख्य अतिथि एडीजीपी नारकोटिक्स पुलिस मुख्यालय भोपाल का पुष्पगुच्छ प्रदान कर स्वागत किया गया, तद्उपरान्त डीआईजी नारकोटिक्स ने एडीजीपी ग्वालियर जोन का स्वागत किया गया, उपस्थित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को भी पुष्पगुच्छ प्रदान कर स्वागत किया गया। अति0 पुलिस अधीक्षक शहर(पूर्व/यातायात/अपराध) ग्वालियर द्वारा उपस्थित अतिथियों एवं पुलिस अधिकारियों को एनडीपीएस प्रकरणों में गुणात्मक सुधार हेतु आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला की रूपरेखा से अवगत कराया। इस अवसर पर उन्होने उपस्थित पुलिस अधिकारियों से कहा कि यह एक गंभीर विषय है और वर्तमान समय में पुलिस को तकनीकी रूप से दक्ष होने के साथ ही नवीन कानूनी प्रावधानों की भी जानकारी होना आवश्यक है, इसके लिये ही यह प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई है, आप सभी अधिक से अधिक इसका लाभ उठाएं। ग्वालियर पुलिस द्वारा पूर्व में भी इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन किया गया है जिससे अनुसंधान में विवेचकों को निश्चित ही लाभ हुआ होगा।
मुख्य अथिति श्री जयदीप प्रसाद,भापुसे अति0 पुलिस महानिदेशक नारकोटिक्स पुलिस मुख्यालय भोपाल
ने उपस्थित प्रतिभगियों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में ड्रग्स के उपयोग से युवा पीढ़ी का भविष्य बर्बाद हो रहा है और इसका प्रभाव परिवार के साथ ही समाज पर भी व्यापक रूप से पड़ रहा है। इसलिए एनडीपीएस के प्रकरणों में विवेचना अधिकारी द्वारा माननीय न्यायालय के निर्देशानुसार प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए। जिससे आरोपी को न्यायालय से सख्त सजा दिलाई जा सके। पुलिस अधिकारी को एनडीपीएस एक्ट की विवेचना के दौरान दो ही चीजों पर फोकस करना चाहिए सर्च और सीजर। पुलिस को ऐसे अपराधियों से दो कदम आगे की सोचना चाहिए और नवीन टेक्नोलाजी से स्वयं को लगातार अपडेट करते रहना चाहिए। नशे का कारोबार इंटनेशल स्तर पर हो रहा है जिसमें बड़े-बड़े ड्रग माफिया नशे के कारोबार में लिप्त हैं इसलिए नशा तस्करों की जड़ तक चोट पहुंचाना आवश्यक है। पुलिस अधिकारियों को एनडीपीएस संबंधी प्रकरणों की विवेचना काफी गंभीरता से करनी चाहिए क्योंकि कभी-कभी विवेचक द्वारा की गई एक छोटी सी चूक के कारण आरोपी न्यायालय से बरी हो जाता है। इसका प्रमुख कारण अनुसंधान के दौरान विवेचना का स्तर कमजोर होना होता है। इसलिए प्रत्येक पुलिस अधिकारी को एनडीपीएस प्रकरण की विवेचना करते समय उसका स्तर उच्च रखना चाहिए साथ ही सुपरविजन अधिकारियों को भी यह ध्यान रखना चाहिये कि विवेचना अधिकारी द्वारा प्रकरण में किसी प्रकार की कोई कमी तो नही छोड़ी है।
श्री डी.श्रीनिवास वर्मा,भापुसे अति0 पुलिस महानिदेशक ग्वालियर जोन ने कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों को से कहा कि एनडीपीएस संबंधी प्रकरणों की विवेचना के दौरान पूरी कड़ी को उजागर करना होगा तथा उसके स्रोत तक पहुंचना आवश्यक है। इस अवसर पर उन्होने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय के दिशा निर्देशों अनुसार एनडीपीएस में ड्रग को जप्त करने के बाद किस प्रकार से ड्रग की पैकिंग और सैंपलिंग करना है इसकी प्रक्रिया का पूर्णतः पालन किया जाए क्योंकि प्रक्रिया का पालन न करने की दशा में आरोपी न्यायालय से बरी हो जाता है। उन्होने कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों से कहा कि एनडीपीएस के प्रकरणों की विवेचना में प्रक्रियात्मक त्रुटि नही होनी चाहिए।
श्री सुशांत सक्सेना,भापुसे पुलिस महानिरीक्षक चम्बल जोन ने अपने उद्बोधन में कहा कि एनडीपीएस एक्ट के प्रकरणों का सही तरीके से क्रियान्वयन आवश्यक रूप से किया जाना चाहिए। विवेचना के दौरान विवेचकों द्वारा आमतौर पर की जाने वाली छोटी सी त्ऱुटि अभियोजन के समय आरोपी को लाभ पहुंचाती है। इसलिये विवेचक को एनडीपीएस एक्ट के प्रकरण में माननीय न्यायालय द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए अनुसंधान किया जाना आवश्यक है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस विषय पर माननीय न्यायालय व विभाग बहुत गंभीर है इसलिए विवेचक को भी एनडीपीएस एक्ट की विवेचना गंभीरता से करनी चाहिए।
श्री अमित सिंह, डीआईजी नारकोटिक्स ग्वालियर द्वारा सेमीनार में उपस्थित विवेचकों से कहा कि एनडीपीएस की विवेचना का स्तर उच्च कोटि का होना चाहिए, साथ ही नियम प्रक्रिया का पूर्ण रूप से पालन किया जाना चाहिए। एनडीपीएस के प्रकरणों में विवेचक को तह तक जाना चाहिए कि मादक पदार्थ कहां बन रहा है तथा कहां खपाया जा रहा है। उन्होने कहा कि इस प्रकार से सेमीनार से विवेचकों को नवीन प्रावधानों के साथ ही नवीन प्रक्रिया से अवगत होने का मौका मिलता है, जिससे आप माननीय न्यायालय की मंशानुरूप अनुसंधान कर सकेंगे। इस प्रकार के सेमीनार आप सभी के लिये विवेचना में उपयोगी सिद्ध होंगे।
श्री डी.एस.सिंह, पुलिस अधीक्षक नारकोटिक्स ग्वालियर द्वारा सेमीनार में उपस्थित विवेचकों को प्रेजेंटेशन के माध्यम से एनडीपीएस अनुसंधान के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई तथा उपस्थित पुलिस अधिकारियों को विवेचना के दौरान आने वाली समस्याओं के संबंध के निराकरण के संबंध में जानकारी दी गई।
पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री राजेश सिंह चंदेल,भापुसे ने कार्यक्रम के अंत में अपने उद्बोधन में कहा कि विवेचना पुलिस प्रणाली का एक महत्वपूर्ण अंग है इसलिए विवेचक को एनडीपीएस जैसे गंभीर अपराधों का अनुसंधान करते समय एक टीम की तरह कार्य कार्य करना चाहिए और एनडीपीएस प्रकरण के अनुसंधान के दौरान उसकी जड़ तक जाना चाहिए क्योंकि उसके स्रोत तक पहुंचकर आप उसकी चेन को तोड़ सकते हैं। आप सभी को विवेचना का स्तर उच्चकोटि का रखना चाहिए साथ ही नियम प्रक्रिया का पूर्ण रूप से पालन किया जाना चाहिए, विवेचना का स्तर उच्च कोटि का होने पर ही आप आरोपी को माननीय न्यायालय से दण्ड दिला सकेंगे एनडीपीएस की विवेचना करते समय नवीन प्रावधानों का भी विवेचना में पालन आवश्यक रूप से करना चाहिए। अंत में उनके द्वारा नारकोटिक्स के अधिकारियों को कार्यशाला में उपस्थित होकर पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।