आउट सोर्स कर्मचारियों के परिवार आर्थिक स्थिति बिगड़ती जा रही है,मुखिया ओर स्वास्थ मंत्री को लिखी समस्या
ग्वालियर।प्रदेश में कई जिलों में आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल पा रहा है।मंडला में तो 10 माह से वेतन भुगतान नहीं किया गया।जिससे हजारों आउट सोर्स कर्मचारियों के परिवार आर्थिक स्थिति बिगड़ती जा रही है और रोजी-रोटी का संकट पैदा होने लगा है।जिसे लेकर एनएचएम संविदा आउट सोर्स स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री मध्य प्रदेश शासन को पत्र लिखा है।
प्रदेश के कई जिलों में आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मचारियों को वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है।ऐसे में एनएचएम संविदा आउट सोर्स स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष कोमल सिंह ने पत्र लिखकर सरकार के मुखिया ओर स्वास्थ मंत्री को पत्र के माध्यम से अवगत कराया।कोमल सिंह ने पत्र में लिखा है कि
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं सिविल सर्जन सह मुख्य अधीक्षक द्वारा शासन के आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है ।जिससे प्रदेश सरकार की दोहरी नीति से कई जिलों के आउट सोर्स कर्मचारी आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। मंडला जिले में 10 माह से ,पन्ना जिले के टेली मेडिसिन में 4 माह से , श्योपुर जिले के विजयपुर में 5 माह से, उज्जैन जिले में 2 माह , उमरिया जिले में 4 माह से ,नरसिंहपुर जिले में 4 माह से , धार जिले में 3 माह से ,शहडोल जिले में 4 माह से,सागर जिले में 4 माह से ,रायसेन जिले में 3 माह से ,खंडवा जिले में 3 माह से एवं अन्य कई जिलों में भुगतान नहीं किया गया है।
प्रदेश अध्यक्ष कोमल सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में 12000 आउटसोर्स कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं एवं सभी विभागों के अधीन डेढ़ लाख से अधिक आउटसोर्स कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं।सरकार द्वारा कोई भी नीति नही बनाई गई है।स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी एवं निजी कंपनियों की ठेकेदारो की कमीशन खोरी में हर महीने करोड़ों रुपए का घपला किया जा रहा है,जबकि जिम्मेदार अधिकारी मौन है। शासन द्वारा निर्धारित दर अनुसार समय पर वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है।जिससे हजारों परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।संघ का अनुरोध है कि शासन द्वारा निर्धारित अर्ध कुशल श्रमिक दर 11082 रू अनुसार एवं बोनस वेतन दिए जाने के सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को तत्काल वेतन भुगतान करने के निर्देश दिए जाए वेतन भुगतान न होने की स्थिति में इन हजारों आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मचारियों के परिवारों में काली दिवाली मानेगी।