भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र का उद्घाटन

ग्वालियर।भारतीय परंपरागत ज्ञान, संस्कृति और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी और प्रबंधन संस्थान ग्वालियर के अधिगम संसाधन केंद्र में भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र प्रारंभ किया गया। 
   इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रोफेसर श्रीनिवास सिंह और गवर्नेंस बोर्ड के अध्यक्ष दीपक घैसास मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।इस केंद्र का उद्देश्य भारतीय परंपरागत ज्ञान, संस्कृति और अनुसंधान को बढ़ावा देना है। यह केंद्र भारतीय शास्त्र, प्राचीन विज्ञान और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण एवं प्रचार-प्रसार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारतीय ज्ञान प्रणाली का मुख्य फोकस पारंपरिक भारतीय मूल्यों को बनाए रखते हुए आधुनिक तकनीकों और अनुसंधान के साथ इसका एकीकरण करना है। यह पहल न केवल भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देती है, बल्कि युवाओं को अपनी जड़ों से जोड़ने और उन्हें एक वैश्विक दृष्टिकोण प्रदान करने में भी सहायक है। इस तरह की पहलें भारतीय सभ्यता और संस्कृति की समृद्धि को संरक्षित करने के साथ-साथ इसे भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्रासंगिक बनाए रखने में सहायक सिद्ध होंगी। इस केंद्र में विभिन्न वेद, पुराण एवं भारतीय ज्ञान तकनीकी से सम्बंधित पुस्तकों का संग्रह अध्यन हेतु रखा गया है। जो कि बिभिन्न भाषाओं जैसे कि हिंदी, संस्कृत तथा अंग्रेजी में उपलब्ध है।इस केंद्र के समन्वयक डॉ. मनोज पाटवर्धन, सह-समन्वयक डॉ. कपिल कांत और डॉ. रश्मि रंजन बेहेरा रहेंगे। कार्यक्रम में उप. कुलसचिव, उप पुस्तकालयाध्यक्ष गोपाल जादौन और सहा. कुलसचिव (पुस्तकालय) संजय सोनी भी उपस्थिति थे।