साइबर सुरक्षा हेतु जागरूक करने के लिए एबीवी - आई. आई. आई. टी. एम. ग्वालियर संस्थान पुलिस का जागरूकता अभियान
ग्वालियर।अटल बिहारी वाजपेयी - भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी एवं प्रबंधन संस्थान ग्वालियर में मध्य प्रदेश पुलिस ने साइबर अपराध के प्रति जागरूकता अभियान के तहत “जन जागरूकता अभियान” में व्याख्यान आयोजित किया गया।इस दौरान साइबर अपराध से बचाव के तरीकों को सिखाया गया।
संस्थान के मध्य प्रदेश पुलिस ने प्रभावशाली चलचित्रों के माध्यम से सभी ने इंटरनेट के द्वारा हो रहे अपराधों के तरीकों को समझाया ओर किस तरह सतर्क रहना है बताया। इन चलचित्रों में यह दर्शाया गयी कि किस तरह बड़े बड़े कंपनी के मालिक भी इस ठगी का शिकार हो रहे हैं। इस चलचित्र में पुत्र के एक्सिडेंट कि घटना बता करके व इनको बातों में उलझा करके यह महसूस कराया कि यह घटना सही है, इनके अकाउंट से लाखों रुपये निकाल लिए गए। अपराधी जिस व्यक्ति से बात करते हैं उनकी जानकारी पहले से ही निकाल लेते हैं, जैसे कि उनका नाम, उनके पुत्र का नाम इत्यादि ताकि व्यक्ति को यह लगे कि वह उनके बारे मैं जानता है। एक्सिडेंट की आपात स्थिति बताकर इमोश्नल करके उन्हें यह सोचने का मौका ही नहीं दिया कि वे क्रॉस चेक कर सकें। बेटे का एक्सिडेंट बताकर तुरंत पैसे डालने के लिए मजबूर करते हुए कहता है कि आप तत्काल पैसे डालें, डॉक्टर ऑपरेशन करने जा रहा है अन्यथा बेटे की मृत्यु हो जाएगी। चूंकि ऐसे में व्यक्ति सोचने समझने की शक्ति खो बैठता है वह तुरंत ही बिना वस्तु स्थिति जाने गलत कदम उठा बैठता है। उन्होने बताया कि ऐसे में हमें इस प्रकार से सचेत रहना है कि ऐसी कोई भी घटना, कोई भी फोन कॉल आपके पास आता है तो आप भावुक ना हों। उसकी जानकारी प्राप्त करें, जिसका एक्सिडेंट हुआ है उसे फोन लगाएँ, या उसके आस पास के लोगों व मित्रों को फोन लगाएँ जिससे यह कन्फ़र्म हो जाये कि घटना सही है या गलत, इसके उपरांत ही अपना निर्णय लें। इसी क्रम में कई हास्य व व्यंग्य के चलचित्र भी दिखाये गए जिनमें एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण संदेश छुपा हुआ था।
प्रारंभ में हजीरा थाना के थाना प्रभारी शिव मंगल सिंह सेंगर ने बताया कि साइबर अपराध से हम कैसे बच सकते हैं इस पर उनहोने अपने सुझाव व संवाद प्रस्तुत किया। साथ ही सभी से अनुरोध किया कि सतर्कता हेतु वह जो बातें बता रहे है सभी लोग अपने मित्र, अपने परिवार के सदस्य, अपने व्हाट्स एप्प ग्रुप के माध्यम से सभी को जागरूक करें।
साइबर फ्रॉड से बचने के लिए आई पी एस अधिकारी श्री जेड ईन लिन जेरपा जी ने सुरक्षा संबंधी अपने उद्बोधन बताया कि साइबर जागरूकता न केवल ग्वालियर, भारत बल्कि विश्व स्तर पर भी समाज में चिंता का विषय है। डिजिटल अरैस्ट का कान्सैप्ट एक नया कान्सैप्ट है और लगभग कुछ वर्षों से ही प्रचलन में आया है जिसमें आपको एक कमरे में स्क्रीन के सामने लाकर सीमाबद्ध कर दिया जाता है।
अपर पुलिस अधीक्षक श्री लालचंदानी (आई पी एस) ने भी साइबर सुरक्षा पर प्रकाश डाला। उन्होने छात्रों को अपनी आईपीएस बनने तक की यात्रा, तथा भविष्य के उपलब्ध विकल्पों के बारे में बताया। उन्होने कहा कि जब भी मैं युवा चेहरों को देखता हूं तो मुझे लगता है कि आप सभी को प्रेरित करना मेरा कर्तव्य है। उन्होने डिजिटल अरैस्ट, फेक ए पी के फाइल्स, व्हाट्स एप्प ऑटो डाऊनलोडफीचर, सेक्सटोरशन, ए टी एम फ्रॉड , इनवेस्टमेंट फ्रॉड, ऑनलाइन रिवियू फ्रॉड तथा अन्य साइबर सुरक्षा संबन्धित कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा की तथा युवाओं को महत्वपूर्ण संदेश दिया। उनके द्वारा प्रस्तुत पीपी टी में दर्शाये गये चित्रों के माध्यम से साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया।
संस्थान की ओर से इस कार्यक्रम के मुख्य संयोजक डॉ. सोमेश कुमार थे। कार्यक्रम में एडिशनल एसपी लाल कृष्ण चंदवानी, श्रीमान जेड ईन लिन जेरपा (भापुसे), नागेंद्र सिकरवार नगर पुलिस अधीक्षक महाराजपुर , निरीक्षक शिव मंगल सिंह सेंगर, उप निरीक्षक विश्व वीर जाट साइबर सेल प्रभारी, उप निरीक्षक विजेंद्र भदोरिया, उप निरीक्षक नरेंद्र छिकारा, उप निरीक्षक संजेश भदोरिया, सहायक उप निरीक्षक सत्येंद्र कुशवाहा प्रधान आरक्षक अनिल गुप्ता आरक्षक श्री कृष्णा आरक्षक भानु आरक्षक अरुण आरक्षक कपिल पाठक साइबर सेल, ग्वालियर उपस्थित थे। आपको बता दे कि पुलिस विभाग 1 से 11 फ़रवरी 2025 तक साइबर अपराध को लेकर जन जागरण अभियान चला रहा है।