ग्वालियर। आईआईआईटीएम ग्वालियर में दो दिवसीय एलुमनाई मीट 2025, में दुनिया भर से पूर्व छात्र शामिल हुए।अभी ने अपनी यादें, उपलब्धियां और खास पलों को एक साथ मिलकर मनाया।
कार्यक्रम निदेशक प्रो. एस. एन. सिंह के साथ एक बैठक से शुरू हुआ।जिसमें उन्होंने पूर्व छात्रों को संस्थान की प्रगतिशील पहलों के बारे में जानकारी दी और उनसे अपने नेटवर्क के माध्यम से संस्थान की पहुंच को बढाने में सहयोग करने का आग्रह किया। प्रो. अनुराग ने भी पूर्व छात्रों को कई एलुमनाइ एंगेजमेंट प्रोग्राम्स के बारे में अवगत कराया, जिन्होंने काफी रुचि आकर्षित की है। उन्होंने प्लेसमेंट में व्यक्तिगत रूप से मदद करने के लिए पूर्व छात्रों का आभार व्यक्त किया, जिसकी बदौलत संस्थान उत्कृष्ट प्लेसमेंट रिकॉर्ड बनाए रखता है।
कार्यक्रम की शुरुआत शुभ सरस्वती पूजा और पारंपरिक द्वीप प्रज्ज्वलन से हुई, जिसके बाद प्रो. राजेंद्र साहू, प्रो. अनुराग श्रीवास्तव और सम्मानित पूर्व छात्रों के दिल छू लेने वाले भाषण हुए। इस आयोजन की खास बात IIITM ग्वालियर एलुमनाई डायरेक्टरी का लॉंच था, जो पूर्व छात्रों को दुनिया भर में जोड़ने, पेशेवर नेटवर्किंग को बढावा देने और संस्थान की विरासत को संजोने का एक मजबूत मंच है। यह डायरेक्टरी पुराने और नए छात्रों के बीच एक सेतु की तरह काम करती है और मेंटरशिप, सहयोग और समर्थन को बढावा देती है। एलुमनाई आईडी कार्ड की शुरुआत ने भी पूर्व छात्रों और संस्थान के बीच जुड़ाव को और मजबूत किया, जो उन्हें विशेष सुविधाएं और आजीवन संबंध प्रदान करता है।
विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कारों से अपर्णा मंगला (IPG 2002-2007), परमिंदर सिंह ककरिया (IPG 2000-2005), योगेश कुमार मीना (IPG 2005-2010), अर्पिता कपूर(IPG 2008-2013) और मिलन सिंह(IPG 2012-2017) को उनके उल्लेखनीय योगदान और उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। सिल्वर जुबली सम्मान, जो 25 साल की पूर्णता का प्रतीक है, फाउंडेशन बैच (1998-2003) के लिए था, जिसमें बीजू चेरियन औरललित गुप्ता शामिल थे। क्रिस्टल जुबली जो 15 साल की पूर्णता दर्शाती है, MBA, M.Tech. और IPG बैच (2008-2010) के पूर्व छात्रों को समर्पित थी, जिसमें आराधना सक्सेना, आदित्य अरोरा, प्रियंका अतारिया, प्रशांत यादव, आनंद अग्रवाल, योगेश कुमार मीना, विक्रांत विक्रम सिंह सिसोदिया और अल्केंद्र सिंह अपोरिया शामिल थे।
शाम का समापन शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ हुआ, जिसमें IIITM समुदाय की अद्भुत प्रतिभा देखने को मिली। इस सांस्कृतिक शाम में 0O6 के म्यूजिक जैम और बीट हौपेर्स के धमाकेदार डांस परफॉमेंस ने सभी का दिल जीत लिया। साथ ही, एक संवाद सत्र में पूर्व छात्रों ने मौजूदा छात्रों के साथ महत्वपूर्ण सुझाव, उद्योग की समझ और करियर से जुड़ी सलाह साझा की, जिससे उन्हें आगे बढने की प्रेरणा मिली।
एलुमनाई मीट के दूसरे दिन, IIT गांधीनगर में सहायक प्रोफेसर योगेश कुमार मीना (IPG 2005-2010) ने आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस, उसके उपयोग और भववष्य की संभावनाओं पर महत्वपूर्ण जानकारी दी, जिससे छात्रों और पूर्व छात्रों दोनों को प्रेरणा मिली। कार्यक्रम का समापन डॉ. राहुल काला के हार्दिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसने इस यादगार आयोजन को पूरा किया।
पूरा माहौल उत्साह और खुशी से भरा हुआ था, जहां पुराने दोस्त मिले और नए रिश्ते बने। सभी ने कैं पस की अपनी यादें ताजा कीं, देर रात की पढाई, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और दोस्तियों की बातें साझा कीं। पूर्व छात्रों ने अपने पसंदीदा प्रोफसरों से मुलाक़ात की, कक्षाओं में फिर से गए, और हरे-भरे कैं पस में घूमते हुए अपने खास पलों को फिर से जिया।“जाते-जाते हम अपने साथ पुनर्मिलन की खुशी लेकर जा रहे हैं और भविष्य में होने वाले आयोजनों और सहयोग के जरिये जुड़े रहने की उम्मीद कर रहे हैं। IIITM की भावना हमें समय और दूरी के पार जोड़ती है, और हम अपने बढते हुए एलुमनाई परिवार की अगली बैठक का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।संस्थान की मीडिया प्रभारी श्रीमती दीपा सिंह सिसोदिया ने कार्यक्रम की जानकारी दी गई।