रिटायर्ड प्रिंसिपल दर्द के नाम पर 1 लाख की ठगी,पीतल की पुंगी स घुटने सेे खून भी निकाला

जबलपुर।जबलपुर में एक रिटायर्ड प्रिंसिपल से घुटने के दर्द की समस्या के इलाज के नाम पर 1 लाख रूपये की ठगी का मामला सामने आया है। ठगी का खुलासा एक माह बाद उस वक्त हुआ जब ठग के साथी ने फिर से रिटायर्ड प्रिंसिपल को ठगने के लिए पहले सुनाई कहानी कही।तब रिटायर्ड प्रिंसिपल ने विजय नगर थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।शातिर ठगो ने एक पीतल की नोकदार पुंगी से घुटने का खून निकाल कर 6 लाख का बिल भी पकड़ाया था। 

जबलपुर के विजय नगर थाना इलाके स्थित शिव नगर में रहने वाले 75 वर्षीय बुजुर्ग रिटायर्ड प्रिंसिपल के एल सोनी 11 फरवरी की दोपहर में एक दवा दुकान से वापस अपनी एक्टिवा की तरफ लंगड़ाते हुए जा रहे थे। तभी एक 35 वर्षीय आदमी ने रिटायर्ड  प्रिंसिपल से पूछा क्या हो गया जो लंगड़ा रहे हो।रिटायर्ड प्रिंसिपल ने अपने पैरों में तकलीफ को उसके सामने रखा। तब आदमी ने खुद को बड़ा फुहारा निवासी राजू बताकर उसके मां की तक्लीफ को सामने रखा ओर एक डाक्टर की वजह से सभी परेशानियों से अब दूर होने की कहानी सुनाई। ठग की बातों में आकर रिटायर्ड प्रिंसिपल ने डॉक्टर का नंबर मांगा तो ठग के साथी ने कहा कि नंबर मां के पास है, शाम को देता हूं। कह कर रिटायर्ड प्रिंसिपल का नंबर लेकर चला गया।उसी शाम को रिटायर्ड प्रिंसिपल केएल सोनी को ठग के साथी राजू की मां के नाम से फोन आया जिसने नागपुर के डाॅक्टर की कहानी सुना कर रिटायर्ड प्रिंसिपल को डॉक्टर का नंबर दिया।जब उसी रात को दिए नंबर पर कॉल किया तो कॉल उठाने वाले ने अपना नाम डॉक्टर आरके पटेल बताया।तब डॉक्टर  ने कहा कि 13 फरवरी को वह जबलपुर और 14 को सागर में मरीजों को देखे जाने की बात कही।वही रिटायर्ड प्रिंसिपल का एड्रेस ले लिया।13 फरवरी को एक डॉक्टर ने रिटायर्ड प्रिंसिपल केएल सोनी  के घर के पहुंचा जिसने पैर की जांच करने के बाद अपने सूटकेस से एक पीतल की नोकदार पुंगी और फिर पुंगी से घुटने का खून निकालने लगा। फिर रिटायर्ड प्रिंसिपल को विश्वास में लेकर कहा कि इस तरह से खून निकल जाने के बाद पैर बिल्कुल ठीक हो जाएगा। लेकिन जितनी भी बूंद निकलेगी, उसका एक हजार रुपए प्रति बूंद  देना होगा। करीब आधे घंटे के कथित डॉक्टर ने रिटायर्ड प्रिंसिपल से पूछा आराम मिला तो रिटायर्ड प्रिंसिपल ने कह दिया कि थोड़ा आराम महसूस हो रहा है।तब डॉक्टर ने निकले खून के हिसाब से 6 लाख 60 हजार रुपए का बिल बना दिया। इतना बड़ा बिल सुनते ही रिटायर्ड प्रिंसिपल ने कहा कि इतना पैसा तो अभी नहीं है, घर पर एक लाख रुपए रखे हुए है।ओर रिटायर्ड प्रिंसिपल ने पैसे दे दिए।

डॉक्टर ने बाकी के पैसे के लिए एक लड़का भेजने की बात कहकर कीमत करीब 70 से 75 हजार रुपए की दवा लिख दी।हालाकि रिटायर्ड प्रिंसिपल ने दो हजार की दवा खरीद ली और उसे खाने लगे तो लेकिन कोई खास असर नहीं दिखा तो दवा खाना उन्होंने बंद कर दिया।करीब एक माह बाद 11मार्च को रोज की तरह रिटायर्ट प्रिंसिपल जब विजय नगर के पास घूम रहे थे, तभी एक 34 वर्षीय युवक उनके पास आकर ओर अपना नाम राजू निवासी बड़ा फुहारा बताते हुए कहा कि अंकल आपके पैरों में लगता है, बहुत दर्द हो रहा है। मेरी मां के साथ भी ऐसा ही था, खूब इलाज करवाया पर कहीं से आराम नहीं मिला।तब युवक की बात सुनते ही रिटायर्ड प्रिंसिपल समझ गए कि दर्द के नाम पर उनके साथ भी ठगी हुई है।फिर एक रिश्तेदार के साथ विजय नगर थाने पहुंचकर ठगी की सारी घटना बताई। पुलिस ने शिकायत लेकर के शातिर ठगो की तलाश शुरू कर दी है।