मां...मौत के जबड़े से बेटे को निकल लाई...10 मिनट तक किया संघर्ष...

ग्वालियर।कहते है न मां अपने बच्चों के लिए मौत से भी लड़ लेती है...सही है... श्योपुर विजयपुर में एक मां ने अपने बच्चे को बचाने के लिए जंगली जानवर से 10 मिनट तक संघर्ष कर बेटे को मौत के मुंह से छीन लाई।बहादुर मां के मुताबित बेटा आंगन में खेल रहा था,तब अचानक चीता ने हमला कर बेटे के चेहरे ओर गर्दन को जबड़े में जकड़ लिया।मां ने संघर्ष कर बेटे को चीता के जबड़े से निकला ओर बचा लिया।इस दौरान बेटे को चेहरे, गर्दन ओर सिर पर 14 घाव आए है।डाक्टरों ने आपरेशन कर 120 टाके लगाए।हालाकि वन विभाग ने हमलावर जंगली जानवर को तेंदुआ बताया है।

विजयपुर स्थित ऊमरीकला गांव में घर के आंगन में खेल रहे 9 साल के बच्चे मासूम अविनाश धाकड़ पर अचानक जंगली जानवर ने हमला कर मासूम का चेहरा और गर्दन अपने दांत में दबा लिया। अविनाश की चीख सुनकर पास ही मवेशियों को चारा डाल रही उसकी मां सुरक्षा धाकड़ दौड़ कर अपने बेटे के पास पहुंची।मां सुरक्षा के मुताबिक बेटे को चीता ने अपने जबड़े में जकड़ कर खींचने लगा।मां ने 10 मिनट तक संघर्ष कर अपने बेटे के चीता के जबड़े से खींच लाई।इस संघर्ष में बेटे अविनाश के सिर, चेहरे ओर गर्दन पर जंगली जानवर के दांत व नाखून से 14 गंभीर घाव हाे गए। घायल बच्चे को गंभीर हालत में विजयपुर अस्पताल उपचार के लिए ले गए। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे ग्वालियर रेफर कर दिया। ग्वालियर के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में डाक्टरों ने ढाई घंटे चले ऑपरेशन के बाद मासूम को 120 टांके लगाए गए।फिलहाल वह 48 घंटे की निगरानी में हैं।इस मामले में वन विभाग ने बच्चे पर जंगली जानवर द्वारा हमले की  पुष्टि की।लेकिन बना विभाग का मानना है कि  बच्चे पर हमला करने वाला तेंदुआ था।फिलहाल बहादुर मां अपने बेटे का इलाज ग्वालियर में करवा रही है।