ग्वालियर के वैज्ञानिक और उसकी टीम ने बनाया केमिकल अटैक पर अलर्ट डिवाइस

ग्वालियर।दुनिया में जैविक और रासायनिक अटैक के बढ़ते खतरे को देखते हुए रक्षा संस्थान डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन यानी डीआरडीओ ग्वालियर ने स्वदेशी तकनीक से एक डिवाइस बनाया।ये डिवाइस युद्ध का खतरा होने पर अलर्ट करेगा।साइंटिस्ट डॉ. सुशील बाथम ने देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को इस डिवाइस की जानकारी दी।

ग्वालियर के साइंटिस्ट डॉ. सुशील बाथम ओर उनकी टीम ने स्वदेशी तकनीक से ऑटोमैटिक केमिकल एजेंट डिटेक्टर और अलार्म डिवाइस को एसीएडीए को बनाया है।डिवाइस एसीएडीए हवा के बारीक से बारीक कणों को पकड़ अगर उसमें किसी केमिकल या जैविक कण मिलता है तो उसका अलर्ट ऑडियो ओर वीडियो में जारी करता है। भारतीय सेना और वायु सेना ने इस डिवाइस की 223 यूनिट का ऑर्डर दिया है। इस डिवाइस को बनाने वाले साइंटिस्ट डॉ. सुशील बाथम ग्वालियर के हैं। उन्होंने इस डिवाइस को 2010 से काम शुरू किया और साल 2015 में कामयाबी मिली।ऑटोमैटिक केमिकल एजेंट डिटेक्टर और अलार्म सेना में शामिल होने जा रहा है।इसके उपयोग से रासायनिक हमले की स्थिति में पहचान ओर उसकी जानकारी से बड़ा फायदा होगा ।