ग्वालियर। प्रभु येसु ने क्रूस-मरण से पूर्व अपने शिष्यों के पैर धोकर सेवाभाव का संदेश दिया था I उसी स्मारण में गुरुवार शाम को संत जॉन महागिरजाघर लश्कर में ग्वालियर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष डॉ जोसफ थायकाटिल, पल्ली पुरोहित फादर चिपसन,सहायक पल्ली पुरोहित फादर रौशन केरकेट्टा संत पॉल चर्च मुरार में फादर मुख्य पुरोहित एंटनी स्वामी,पल्ली पुरोहित फादर पायस, फादर अंतोन माइकल ,फादर जॉन प्रमोद , फादर डेविड पवन, फादर जोस,फादर मार्टिन जोसफ महाराजपुर में पल्ली पुरोहित फादर जॉन पांड्यापल्लील , विकार जनरल फादर लॉरेंस डिसूज़ा एवं माउंट कार्मल चर्च, सिकंदर कम्पू में फादर नेल्सन ने मिस्सा बलिदान अर्पित किया। संत पॉल चर्च मुरार मिस्सा में पहला पाठ श्री राजेन्द्र खाखा दूसरा पाठ श्रीमती अगस्टिना दत्त, निवेदन कु. रंजीता इक्का एवं सुसमाचार फादर माइकल अंतोन ने पढा। पुण्य बृहस्पतिवार पर येशु ने अपने 12 शिष्यों के पर दोये थे इसी दिन उन्होंने विनम्रता और दीनता का संदेश दिया प्रभु येसु के 12 शिष्यों के प्रतीक चर्च के 12 सदस्यों के मुख्य पुरोहित द्वारा पैर धोए गये। आज के दिन प्रभु ने परम प्रसाद और पुरोहिताई संस्कार की स्थापना की थी इसलिए पुण्य ब्रहस्पतिवार को सब पुरोहितों का पर्व भी मनाया जाता है।भजन मंडली द्वारा भजन *"मेने प्रभु और गुरु होकर भी धोए पैर तुम्हारे, तुमको भी हैं धोना सबके जो हैं भाई तुम्हारे" एवं "तुम संघ भोजन करने, प्रभु हम आए, प्यार भरा ये निमंत्रण,हर पल मन भाए, इस भोजन से हमारा तन मन रम जाए, पाके तुम्हारा भजन न्यारा,नव जीवन पाएं"* गाया गया प्रवक्ता एबिल एक्सट्रोस ने बताया कि मिस्सा के पश्चात् सभी चर्च में विश्वासीगण ने शाम 7.00 बजे से रात्री 12 बजे तक प्रार्थना,आराधना एवं प्रभु येसु के दुःखभोग पर मनन चिंतन किया। इसी श्रृंखला में शुक्रवार को सभी चर्च में सुबह 8.00 से 12.00 बजे तक विभिन्न भाषाओं में कूस रास्ता का आयोजन किया जायेगा। दोपहर 3.00 बजे प्रभु येसु का दुःखभोग स्मारण प्रार्थना एवं क्रूस की उपासना सभी चर्च में की जाएगी।