ग्वालियर।ग्वालियर में ईस्टर पर्व अवसर पर सभी गिरजाघरों में पुनरुत्थान पर्व पर विशेष प्रार्थना हुई । सभी चर्च में मिस्सा बलिदान अर्पित किया गया। सभी ख्रीस्तीय विश्वासियों ने केक और कॉफी के साथ एक दूसरे को ईस्टर की शुभकामनाएं दीं।
पास्का रविवार अर्थात ईस्टर संडे को संत जॉन द बपतिस्ट चर्च,लश्कर में सुबह 8 बजे फादर चिपसन जोसफ एवं फादर रौशन केरकट्टा, संत पॉल चर्च, मुरार में मुख्य पुरोहित फादर डेविड पवन,पल्ली पुरोहित फादर पायस फादर एंटनी स्वामी, गुड शेपर्ड चर्च महाराजपुर में फादर जॉन पांड्यापल्ली ने सुबह 9 बजे मिस्सा बलिदान अर्पित किया। संत पॉल चर्च में मिस्सा में पवित्र बाइबल से पहला पाठ कु. सौम्या वरगिस, दूसरा पाठ श्रीमती रोमा टोप्पो ,निवदेन कु.ग्रेस एवं सुसमाचार फादर डेविड पवन ने पढा। मुख्य पुरोहित फादर डेविड पवन ने अपने संदेश में कहा कि हम सभी येशु के समान पुनर्जीवित होंगे। अतः हमको येशु की शिक्षा के अनुसार जीवन बिताना चाहिए,जिससे हम अंतिम न्याय के दिन उसके साथ स्वर्ग में रह सकें। मिस्सा के पश्चात्य पुरोहितों ने ग्वालियर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष एंव अपनी ओर से सभी को पास्का पर्व ( ईस्टर) की शुभकामनाएं दीं। साथ ही सभी ख्रीस्तीय विश्वासियों ने केक और कॉफी के साथ एक दूसरे को ईस्टर की शुभकामनाएं दीं।
ग्वालियर धर्मप्रांत के प्रवक्ता फादर पवन डेविड, एवं एबिल एक्सट्रोस ने बताया कि 19 अप्रैल रात्री 11 बजे पास्का जागरण पर संत पॉल चर्च मुरार में मुख्य पुरोहित फादर पायस,सहायक पल्ली पुरोहित फादर पवन डेविड,फादर एंटनी स्वामी,संत जॉन महा गिरजाघर लश्कर में मुख्य अनुष्ठान दाता ग्वालियर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष जोसफ
तायकाटील ,पल्ली पुरोहित फादर जोसफ चिपसन,सहायक पल्ली पुरोहित फादर रौशन केरकेट्टा फादर जॉन केदारी, धर्माध्यक्ष के सचिव फादर आरोक्यदास, माउंट कार्मल चर्च कम्पू में मुख्य अनुष्ठानदाता ग्वालियर ग्वालियर धर्मप्रान्त हॉस्पिटल के निर्देशक फादर एम.ए. जोसफ,पल्ली पुरोहित फादर नेल्सन,फादर हृदीन एवं फादर डीपीन दास गुड शेपर्ड चर्च महाराजपुरा में मुख्य पुरोहित फादर लॉरेंस डिसूज़ा,पल्ली पुरोहित फादर जॉन पांड्यापल्लिल,धर्मप्रान्त गुरुकुल के आचार्य फादर ऐ. डेविड, फादर विंसेंट सोरिस,फादर मार्टिन जोसफ,फादर जॉन प्रमोद, फादर सानू अलुनकल, फादर जोस मनंजियल ग्वालियर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष जोसफ थायकाटिल एवं पुरोहितगण नें पासका जागरण की मिस्सा बलिदान अर्पित किया। पुरोहितों द्वारा आग जला कर उस पर आशीष दी और प्रार्थना की, कि इस नई आग को पवित्र कर और ऐसी कृपा दे कि पास्का महोत्सव मनाते समय सब में स्वर्गिक अभिलाषाएं प्रज्वलित हो उठे और सब शुद्ध मन से अनंत ज्योति के उत्सव में सम्मिलित हो सकें। इसके बाद पुरोहितों ने इस आग से पास्का मोमबत्ती जलाई और उस मोमबत्ती से सभी ख्रीस्तीय विश्वासी ने अपनी मोमबत्ती जलाकर चर्च में प्रवेश किया एवं बाइबल से पाठ पढ़े गये।