भोपाल ।मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गाँधी सागर अभयारण्य में 2 चीते छोड़े।इस अवसर प्रसन्नता व्यक्त करतेहुए मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि इस लुप्त प्रायः प्रजाति के वन्य प्राणी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से सितंबर 2022 में मध्यप्रदेश में पहली बार लाया गया था। अब इन चीतों का कुनबा बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि "चीता प्रोजेक्ट" मध्यप्रदेश की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है।भारत में चीतों की संख्या बढ़ाना और उनकी प्रजाति को बचाना है। इसमें हमें सफलता भी मिल रही है।
चीतों के लिए तैयार किया 89 सौ हेक्टेयर का एरिया - मंदसौर के गांधीसागर अभयारण्य में वन विभाग ने चीतों के लिए 8900 हेक्टेयर का विशेष क्षेत्र तैयार किया है। विभाग ने 8 से 10 चीतों के लिए बसने की व्यवस्था वर्तमान में की है। धीरे-धीरे एक बड़ा कुनबा चीतों का गांधी सागर अभयारण्य में बसाया जाएगा। चीतों के भोजन के लिए अभयारण्य में 150 से अधिक चीतल, 80 से अधिक चिंकारा, 50 से अधिक व्हाइट बोर्ड और 50 से अधिक नीलगाय मौजूद हैं। इसके अलावा यहां पहले से ही हिरणों की अच्छी संख्या है।
3 बाडे़ बनाए गए।34 किलोमीटर चीता प्रोजेक्ट में तीन बाड़े बनाए गए हैं, जिसमें 16 किलोमीटर की परिधि में एक विशेष बाड़ा बनाया गया है, जहां चीतों को रखा जाएगा। गर्मी को देखते हुए पानी की विशेष व्यवस्था की गई है। चीतों के भोजन पानी की व्यवस्थाएं करने 2 साल से तैयारियां चल रही थी।