दिल्ली से केवल 360 किलोमीटर दूर ‘ग्वालियर’ – एक आदर्श वीकेंड टूरिज़्म डेस्टिनेशन

ग्वालियर। मध्यप्रदेश का ऐतिहासिक शहर ग्वालियर आज देशभर के पर्यटकों के लिए एक पसंदीदा डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है। दिल्ली से मात्र 360 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह शहर अपनी शाही विरासत, स्थापत्य कला, संगीत परंपरा, संग्रहालयों और धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। सप्ताहांत (वीकेंड) पर दिल्ली, आगरा, जयपुर और आसपास के क्षेत्रों से सैकड़ों पर्यटक ग्वालियर आते हैं और यहां के ऐतिहासिक स्थलों, किलों, महलों एवं सांस्कृतिक आयोजनों का अनुभव लेते हैं।

ग्वालियर की ऐतिहासिक पहचान उसकी भव्यता में समाहित है। भारत के सबसे सुंदर और सुदृढ़ किलों में से एक ग्वालियर किला, स्थापत्य और शौर्य का प्रतीक है। किले के भीतर स्थित मान सिंह महल, सास-बहू मंदिर, तेली का मंदिर और गुपाचल पर्वत की जैन मूर्तियाँ इस शहर को इतिहासप्रेमियों के लिए स्वर्ग बनाते हैं। वहीं रानी लक्ष्मीबाई की समाधि, तानसेन की मजार, सूर्य मंदिर और मितावली-पड़ावली-बटेश्वर मंदिर समूह धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के भी प्रमुख केंद्र हैं।

ग्वालियर को "सिटी ऑफ म्यूज़ियम्स" कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। यहां कुल नौ प्रमुख संग्रहालय स्थित हैं, जिनमें जय विलास पैलेस म्यूज़ियम, गूजरी महल म्यूज़ियम, एएसआई संग्रहालय, अटल संग्रहालय, Zio साइंस म्यूज़ियम, डिजिटल म्यूज़ियम, सरोद घर, सिटी ऑफ म्यूज़िक म्यूज़ियम और नगर निगम संग्रहालय
 प्रमुख हैं। ये संग्रहालय बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी वर्गों के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ग्वालियर तक पहुंचना बेहद आसान है। दिल्ली से ग्वालियर के बीच सुपरफास्ट ट्रेनों का संचालन हो रहा है, जिसमें शताब्दी एक्सप्रेस, गतिमान एक्सप्रेस और भोपाल एक्सप्रेस प्रमुख हैं। वहीं वायुसेवा के अंतर्गत राजमाता विजयाराजे सिंधिया हवाई अड्डे से दिल्ली के लिए नियमित उड़ानों की सुविधा उपलब्ध है। सड़क मार्ग से भी ग्वालियर आसानी से पहुँचा जा सकता है, जहाँ यमुना एक्सप्रेसवे और नेशनल हाईवे-44 के माध्यम से 6–7 घंटे में यह दूरी तय की जा सकती है।

पर्यटकों के ठहरने के लिए ग्वालियर में हर श्रेणी के होटल और होमस्टे मौजूद हैं। ताज उषा किरण पैलेस, नीमराना देवबाग जैसे हेरिटेज होटल्स के साथ-साथ रेडिसन, क्लार्क्स इन सुइट्स, सेंट्रल पार्क जैसे आधुनिक होटल भी पर्यटकों को भव्य और आरामदायक सेवाएँ प्रदान करते हैं। इसके अलावा एमपी टूरिज्म बोर्ड द्वारा पंजीकृत कई होमस्टे जैसे नंदगोपाल होमस्टे, श्रीकृष्णा होमस्टे, मीरा होमस्टे और शर्मा होमस्टे घरेलू वातावरण में रहने की सुविधा प्रदान करते हैं।

ग्वालियर न केवल स्थापत्य और इतिहास के लिए, बल्कि संगीत के लिए भी विश्वविख्यात है। यह शहर *तानसेन* की जन्मभूमि है, और यहां प्रतिवर्ष दिसंबर माह में आयोजित तानसेन संगीत समारोह भारत के प्रमुख सांस्कृतिक आयोजनों में गिना जाता है। वहीं *ग्वालियर व्यापार मेला* भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहता है, जो दिसंबर–जनवरी में भव्य रूप से आयोजित किया जाता है।

ग्वालियर के आसपास तिघरा डेम जैसे प्राकृतिक स्थल भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं, जहां नौका विहार और पिकनिक की सुविधाएं उपलब्ध हैं। वहीं *जियाजी चौक बाज़ार* में पर्यटक गजक, चंदेरी साड़ी, हस्तशिल्प और लोककलाओं की खरीददारी कर सकते हैं।

मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड ने ग्वालियर को एक स्मार्ट, सुरक्षित और सुगम पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया है। डिजिटल सूचना कियोस्क, पर्यटन सूचना केंद्र, प्रशिक्षित गाइड्स, और बेहतर सड़क संपर्क जैसी सुविधाएं ग्वालियर को पर्यटकों के लिए और भी सहज बनाती हैं।इस सप्ताहांत अपने परिवार और मित्रों के साथ ग्वालियर की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक छटाओं का अनुभव लें और एक यादगार यात्रा का हिस्सा बनें।