ग्वालियर।एबीवी-आईआईआईटीएम ग्वालियर में हार्डवेयर नवाचारों की नई उड़ान में 36 घंटे तक नॉन-स्टॉप हैकथॉन में प्रतिभागी टीमों ने अपने नवाचारों को न सिर्फ़ डिज़ाइन किया बल्कि प्रोटोटाइप बनाकर लाइव प्रदर्शन भी किया।इस प्रतियोगिता की कुल प्राइज पूल ₹2.5 लाख रखी गई है।
देशभर के युवा नवाचारियों के लिए एक प्रेरणास्रोत बन चुका हैक्सागॉन 2025 अपने हार्डवेयर कैटेगरी के अद्भुत प्रदर्शन के साथ एबीवी-आईआईआईटीएम ग्वालियर में जोश और जज़्बे के साथ जारी है। यह हैकथॉन केवल तकनीकी मुकाबला नहीं, बल्कि समस्याओं के व्यावहारिक समाधान और सामाजिक प्रभाव का आधुनिक मंच बनकर उभरा है।
हार्डवेयर ट्रैक में इस वर्ष प्रतिभागियों को पाँच उच्च-प्रभावशाली ट्रैकों पर काम करने का अवसर दिया गया:
1. स्मार्ट सिटीज़ और IoT सॉल्यूशन्स
2. IoT-आधारित हेल्थकेयर और असिस्टिव टेक्नोलॉजीज़
3. सुरक्षा के लिए स्मार्ट वियरेबल्स
4. आपदा प्रबंधन और आपातकालीन उत्तरदायित्व
5. एग्रीटेक और ग्रामीण नवाचार
36 घंटे के इस नॉन-स्टॉप हैकथॉन में प्रतिभागी टीमों ने अपने नवाचारों को न सिर्फ़ डिज़ाइन किया बल्कि प्रोटोटाइप बनाकर लाइव प्रदर्शन भी किया। यह केवल कोडिंग का नहीं, बल्कि सर्किट्स, सेंसर्स और सिस्टम डिज़ाइन का महाकुंभ रहा, जिसमें युवाओं ने धरातल पर उतरने वाले समाधानों को जन्म दिया।
उद्घाटन समारोह में प्रमुख अतिथि प्रो. जी.एस. तोमर (चेयरमैन, IEEE MP सेक्शन) ने कहा कि,
"यह आयोजन युवाओं में रचनात्मकता, समस्या समाधान और टीम वर्क की भावना को प्रोत्साहित करता है।"उनके साथ मंच पर डॉ. गौरव भारती (सोशल मीडिया चेयरपर्सन, IEEE MP), डॉ. आशीष कुमार सिंघल (MD, IEEE MP), प्रो. पंकज श्रीवास्तव (डीन, अकादमिक कार्य), डॉ. सोमेश कुमार (हैक्सागॉन कोऑर्डिनेटर और चेयरपर्सन, स्टूडेंट एक्टिविटी काउंसिल), तथा डॉ. पिंकू रंजन (हार्डवेयर कोऑर्डिनेटर) उपस्थित रहे।प्रतियोगिता की कुल प्राइज पूल ₹2.5 लाख रखी गई है, जिससे देशभर से आए नवाचारियों में भारी उत्साह देखने को मिला। इस वर्ष जनवरी से जून तक तीन चरणों में चला यह आयोजन अब अपने फाइनल राउंड में है।कार्यक्रम की संपूर्ण व्यवस्था छात्र समन्वयकों आदित्य कुमार सिंह और इंद्रेश पटेल के नेतृत्व में कुशलता से की गई। इन दोनों ने यह सुनिश्चित किया कि सभी प्रतिभागियों को सर्वत्तम सुविधाएं मिलें और वे बिना किसी बाधा के अपने विचारों को वास्तविक रूप दे सकें।
हैक्सागॉन 2025 हार्डवेयर कैटेगरी के इस रोमांचक संस्करण ने एक बार फिर यह साबित किया है कि नवाचार केवल लैपटॉप स्क्रीन तक सीमित नहीं, बल्कि धरती पर लागू किए जा सकने वाले समाधानों तक पहुँचता है। यह आयोजन न केवल ग्वालियर को एक तकनीकी केंद्र के रूप में उभारता है, बल्कि देश के तकनीकी भविष्य को भी नई दिशा प्रदान करता है।"सोचें साहसिक, बनाएं निडरता से, और निर्माण करें उस बदलाव के लिए जिसकी आज ज़रूरत है।"इसी संदेश के साथ हार्डवेयर हैकथॉन की इस यात्रा की शुरुआत हुई है।