शहडोल जिले के भदवाही ग्राम पंचायत में 25 मई को कलेक्टर डॉ. केदार सिंह, जिला पंचायत सीईओ नरेंद्र सिंह समेत कई अधिकारी के बीच कार्यक्रम हुआ।इस कार्यक्रम की मेजबानी करते हुए ग्राम पंचायत ने अफसरों के लिए टेंट, भोजन और नाश्ते की व्यवस्था की गई थी।कार्यक्रम हुआ लेकिन इसके बिल जब सोशल मीडिया पर वायरल हुए तब ये बात सामने आई कि फर्जीवाड़ा हुआ है।अफसरों ने बिलों की जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही।फर्जीवाड़ा इस तरह का की कोई सोच भी नहीं सकता। काजू पहले बिल में यह 1000 रुपए किलो खरीदा गया। दूसरे बिल में काजू का दाम 600 रुपए किलो था। 50 पैकेट पूड़ी-सब्जी 3000 रुपए में खरीदी। 5 किलो काजू, 6 किलो बादाम और 3 किलो किशमिश खिलाने के नाम पर 19010 रुपए का भुगतान करवा लिया गया। अफसरों को चाय पिलाने के लिए 6 लीटर दूध और उसमें मिलाने के लिए 5 किलो शक्कर भी खरीदी गई। उसी बिल में 30 किलो नमकीन, 20 पैकेट बिस्कुट, 5 किलो शक्कर और 6 किलो दूध पर 19 हजार 10 रुपए व्यय किए गए।इसके अलावा 10 रुपए वाले 50 रसगुल्ले भी अफसरों के लिए, इसे 500 की जगह बिल में 1000 रुपए जोड़कर दाम बढ़ाया गया है।जबकि कार्यक्रम एक घंटे का था जिसमें कलेक्टर समेत अन्य अधिकारियों ने बोरी में रेत भरकर नाले में पानी को रोकने का कार्य किया।
जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान के जिला स्तरीय कार्यक्रम में सरकारी धन का खुल कर दुरुपयोग हुआ।इस कार्यक्रम के सोच से परे बिल सामने आए है।बिल देख कर आप भी सोच में पढ़ जाएंगे। बिलों के मुताबिक अफसर एक घंटे के दौरान 14 किलो ड्राईफ्रूट खा गए। वहीं 6 लीटर दूध में 5 किलो शक्कर डालकर चाय भी बनाई गई।जादूगर अफसरों ने पूड़ी-सब्जी के पैकेट खरीदने के साथ दूसरा किराना सामान भी खरीदा।टेंट हाउस के तो दो बिल सामने आए अलग अलग रेट के।