रिटायर्ड अफसर से 59 लाख की साइबर ठगी के मामले में राजस्थान से 2 गिरफ्तार

जबलपुर।जबलपुर पुलिस ने एक रिटायर्ड अफसर से मोबाइल सिम कार्ड और आधार कार्ड के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग का झांसा देकर 59 लाख रुपए ठगने वाले आरोपी मुकेश चौधरी ओर दीपक कुमावत को जयपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है।आरोपी नागौर, राजस्थान का रहने वाला है। उसके पास से दो मोबाइल, एक चेकबुक और एक एटीएम कार्ड जब्त किए गए हैं।
     जबलपुर के क्राइम ब्रांच थाना प्रभारी शैलेष मिश्रा और साइबर थाना प्रभारी अरविंद आर्मों नेतृत्व में गठित टीम ने  मोबाइल नंबर और बैंक खातों की ट्रैकिंग कर जबलपुर में रिटायर्ड अफसर से 59 लाख की ठगी करने वाले ठग  मुकेश चौधरी और दीपक कुमावत को राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार किया।प्रारंभिक जांच में पता चला कि दोनों आरोपी पोस्ट ग्रेजुएट हैं और गिरोह बनाकर ठगी करते थे। इनके पास से दो मोबाइल, एक चेकबुक, एक एटीएम कार्ड और ₹11,500 नकद बरामद किए गए।पुलिस के अनुसार आरोपियों का गिरोह देश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को फोन कर डराता है और ठगी करता है। गिरफ्तार आरोपियों से गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश की जा रही है।

क्या था घटना क्रम
यादव कॉलोनी पटेल मोहल्ला निवासी61 वर्षीय शशि शर्मा के पति चंद्रकेश शर्मा व्हीकल फैक्ट्री से असिस्टेंट वर्क मैनेजर के पद से रिटायर हुए हैं। 10 जनवरी को शशि शर्मा के मोबाइल पर एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा कि उनके नाम और सिम का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग में हो रहा है।ठग ने खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच और नेशनल सिक्योरिटी लॉ से जुड़ा अधिकारी बताया और कहा कि नरेश गोयल ने उनके नाम से फर्जी आधार और एटीएम कार्ड बनवाकर करोड़ों रुपए का लेनदेन किया है। दो घंटे में उनका सिम बंद हो जाएगा और पुलिस घर पहुंचकर उन्हें गिरफ्तार कर लेगी।फोन पर यह सब सुन कर महिला शशि घबरा गईं और पूरी बात अपने पति चंद्रकेश शर्मा को बताई।उसके बाद दोनों ने किसी को कुछ बताए SBI कमला नेहरू नगर शाखा में जाकर ठग को 2 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन किया।उसके बाद ठगों ने भरोसा दिलाया कि जांच के बाद पूरा पैसा वापस कर दिया जाएगा। इस झांसे में आकर पीड़ित पति पत्नी ने 14 जनवरी को ₹15 लाख,17 जनवरी को  ₹32.65 लाख ओर 20 जनवरी को ₹9.98 लाख कुल 59 लाख 65 हजार रुपए तीन किस्तों में अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दिए।बाद में बैंगलुरु में रहने वाली अपनी बेटी को पूरी बात बताई। बेटी ने समझाया कि वे ठगी का शिकार हो चुके हैं। 22 जनवरी को दंपत्ति साइबर थाना पहुंचे और शिकायत दर्ज करवाई।